आयुर्वेदिक तरीकों से हेयर रिग्रोथ

अधिकतर लोग यह सोचते हैं की एक बार बालों का झड़ना शुरु हो जाये या बाल झड़ जाएँ तो वे दोबारा नहीं उग सकते । जबकि सच्चाई यह नहीं है । हाँ, यदि किसी के बाल किसी दवा की साइड इफेक्ट की वजह से झड़ रहें हैं या कोई गंभीर बीमारी है या फिर किमोथेरेपी की वजह से बाल झड़ रहें हैं तो बालों का झड़ना नहीं रुक सकता और हेयर रिग्रोथ की संभावना कम रहती है।

आयुर्वेदिक हेयर रिग्रोथ












लेकिन यदि आपको कोई गम्भीर बीमारी नहीं है और आपका सरीर स्वस्थ है तो आपके बालों का झड़ना रुक सकता है और झड़े हुए बाल दोबारा उग सकते हैं । आपको सिर्फ ज़रूरत है बालों की सही देखभाल की और हेयर रिग्रोथ ट्रीटमेंट (उपचार ) की । ध्यान रखें की हेयर रिग्रोथ तभी संभव है जब बालों के जड़ और उनकी कोशिकाओं (Hair Follicle) को पोषण मिल रहा हो।

बालों की जड़ों को पोषण प्रदान करने में सबसे ज़्यादा असरदार है कुदरती एवं आयुर्वेदिक गुणो से भरपूर जड़ी-बूटियों, पत्ते और औषधियों से बने तेल । इन आयुर्वेदिक व् नेचुरल तेलों में ऐसे नायाब गुण होते हैं जो हेयर रिग्रोथ में काफी मदद करते हैं।

हालांकि मेडिकल साइंस से अब गंजे सिर में भी स्टेम शेल थेरेपी से बाल उगाए जा रहे हैं। बालों का प्रत्यारोपण भी हो रहा है, लेकिन यह उपाय काफी महंगे हैं और ज़्यादा समय तक टिकते भी नहीं नहीं। ये इलाज आसानी से सभी जगह उपलब्ध भी नहीं है। यही कारण है कि हेयर रिग्रोथ के लिए कुदरती और आयुर्वेदिक उपचार सबसे ज्यादा लोकप्रिय है।

अरंडी का तेल (Castor Oil) और बायोटिन थेरेपी


बालों के झड़ने की बड़ी वजह विटामिन बी-7 (बायोटिन) की कमी, तनाव और अवसाद है। इन समस्याओं से निपटने के लिए बालों की जड़ में अरंडी का तेल लगाएं और बायोटिन की गोलियां खाएं । यह सबसे आसान थेरेपी है।

यदि आप इस थेरेपी  को पहली बार आज़मा रही हैं तो आप अरंडी के तेल में नारियल का तेल या जैतून का तेल मिला सकती हैं। अरंडी का तेल थोड़ा मोटा और गाढ़ा होता है और इसे पतला करने के लिए कोई अन्य तेल मिलाना आवश्यक है। जब तेल तैयार हो जाए तो इसे बालों की जड़ों में लगाएं और समय-समय पर मालिश करें।

अरंडी के तेल की मालिश के साथ-साथ आप विटामिन बी7 या बायोटिन की गोलियां भी नियमित रुप से खाते रहें। 3 से 6 महीने के अंदर आपको बेहतर नतीजे दिखने लगेंगे। का झड़ना रुक जायेगा, बालों का बढ़ना शुरु हो जाएगा और नए बाल उगने लगेंगे। विटामिन बी7 की गोलियां किसी डॉक्टर की सलाह से ही लें। ध्यान रखें की 5 एमजी से ज्यादा एक दिन में नहीं खाएं। दवा के ओवरडोज से साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं।

विटामिन ई थेरेपी


जैसा की मैंने पहले बताया, विटामिन बी7 बालों के लिए काफी उपयोगी है। इसके आलावा विटामिन ई भी बालों को काफी पोषण प्रदान करता है। पुरुषों व् महिलाओं दोनों के बालों के पोषण के लिए विटामिन ई थेरेपी काफी उपयोगी है। यह बालों का झड़ना रोकता है। विटामिन ई की गोलियां खाने या विटामिन ई युक्त तेल बालों की जड़ में लगाने से बालों की जड़ में रक्त संचार की गति तेज होती है और बाल फिर से उगने लगते हैं।

हेयर रिग्रोथ के घरेलू और कुदरती उपाय / नुस्खे


  1. नारियल तेल और एलोवेरा मास्क - नारियल तेल और एलोवेरा के जूस को मिला कर एक पेस्ट तैयार कर लें। इस पेस्ट को हेयर मास्क की तरह लगाएं और बालों की जड़ों की मसाज भी करें।  थोड़ी देर बाद बालों को कंडीशनर से धो लें। यह मिश्रण हेयर रिग्रोथ में काफी असरदार है और आपको काफी फायदा दिखेगा।
  2. प्याज और लहसुन - प्याज और लहसुन में सल्फर की मात्रा पाई जाती है जो हेयर रिग्रोथ में काफी मददगार है। इसके लिए आप प्याज को काटकर जूस निकाल लेना है और इस जूस से लगभर 15 मिनट तक बालों के जड़ की मालिश करें। कुछ ही दिनों मैं आपको काफी फायदा दिखेगा।

    इसी तरह कुछ लहसुन के दाने के जूस निकाल कर उसे नारियल तेल में मिला लें और उसे कुछ देर तक उबालें। जब तेल ठंढा हो जाए तो इससे बालों के जड़ की मालिश करें। कुछ ही दिनों मैं आपको काफी फायदा दिखेगा।
  3. भृंगराज - भृंगराज के तेल से बालों की मालिश करें। इससे बहुत जल्दी नए बाल उगने लगेंगे।
  4. जटामांसी - इस जड़ी-बूटी का इस्तेमाल आयुर्वेद में हेयर ग्रोथ के दवा के रुप में किया जाता है। इसे आप कैप्सूल की तरह खा भी सकते हैं या सीधे बालों की जड़ में भी लगा सकते हैं।  
  5. आयुर्वेदिक हेयर वाश - इसके लिए आप लगभग आधा किलो शिकाकाई, एक पाव मेथी, थोड़े करी पत्ता, कुछ तुलसी के पत्ते और 100  ग्राम रीठा लें और  सभी  को मिला कर बालों को धोने लायक शैंपू बना लें। इस शैंपू से अपने बालों को नियमित रूप से धोएं।  इससे आपके बालों की कई परेशानी दूर होंगी हर नए बाल आएंगे।